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शुक्रवार, 5 अप्रैल 2013

Zoya's Flat (Hindi) - 3.2.1


ज़ोया का फ्लैट – 3.2.1


प्रवेश दूसरा

रात. फ्लैट रोशनी से जगमगा रहा है. शैम्पेन. फूल. सभी कमरों में नाच-रंग हो रहा है. परदा खुलते ही गिटार की गूँज, जामों की खनखनाहट.
लिज़ान्का (मेज़ पर खड़ी अमेतिस्तोव के गिटार की संगत में गा रही है.) – क्यों, हाँ, किसलिए, हाँ, कम्युनिस्ट से करती हूँ प्यार, देती बे-पार्टी को दर्द का उपहार!
अमेतिस्तोव – ऐख़, फिर से, वन्स मोर!
रॉब्बेर और कवि – शाबाश, लिज़ान्का! ऐख़, वन्स मोर!
अमेतिस्तोव (ऊँचे सुर में चिल्लाता है) – शुरू! आख़-ताख़-ताख़-ताख़–ताख़.
परदे के पीछे ठहाकों की आवाज़, शीशा टूटने की आवाज़.
ज़ोया (जगमगाती, झिलमिलाती पोषाक में) – सर, और शैम्पेन चाहिए किसी को? अलेक्सान्द्र तरासीच , मेहमानों का ख़याल रखिए.
अमेतिस्तोव – मैं उनके बारे में कभी नहीं भूल सकता. हमारी फर्म के क्लायंट को यह महसूस होना चाहिए कि वह प्रकृति की गोद में है. खेरूविम!
परदा खुलता है, गुप्त स्थान दिखाई देता है, जिसे अफ़ीमचियों के कमरे में बदल दिया गया है चीनी कागज़ की लालटेन. झूलती कुर्सी में अफ़ीमची दिखाई देता है.
अफ़ीमची – निर्वाण...
ज़ोयका गायब हो जाती है.
खेरूविम (गुप्त स्थान से आता है. वह विचित्र, विकराल प्रतीत होता है.) – क्या?
अमेतिस्तोव – शैम्पेन!
खेरूविम गायब हो जाता है.
लिज़ान्का – अपनी प्यारी को कब्र से निकालूँगी,
          निकालूँगी, नहलाऊँगी...
अमेतिस्तोव (गम्भीरता से) – और फिर दफ़नाऊँगी!
रॉब्बेर और कवि – ऐख़, वन्स मोर! लिज़ान्का, शाबाश, शाबाश! (तालियाँ बजाते हैं.)
खेरूविम शैम्पेन देता है, गुप्त स्थान पर गायब हो जाता है, अफ़ीमची को झकझोरता है. स्टेज के पीछे ठहाकों की आवाज़. मृत शरीर की दबी-दबी कराह सुनाई देती है. मीम्रा के ठहाके. इवानोवा के ठहाके.
ज़ोयका (स्टेज के पीछे) – हज़रात, करते क्या हैं!
कवि – लिज़ान्का, लिज़ान्का! नहीं, शब्द नहीं हैं मेरे पास कि बयान कर सकूँ अपना...अपना...मैं क्या कहना चाहता था...उत्साह! ये रही मेरी कविताओं की किताब. पढ़ियेगा. आप समझ जाएँगी कि मेरे पास यूनिवर्सल आत्मा है.
अमेतिस्तोव – शाबाश, शाबाश!
लिज़ान्का (कविताओं की किताब लेती है) – थैंक्यू. (किताब को स्टॉकिंग्ज़ में खोंस लेती है.)
रॉब्बेर – लिज़ान्का, प्लीज़, मुझे ‘किस’ करो!
कवि – नहीं, मुझे!
रॉब्बेर – सॉरी, यंग मैन, सॉरी.
कवि – लिज़ान्का, क्या मेरी कविताएँ एक ‘किस’ के लायक भी नहीं हैं?
अमेतिस्तोव – पार्डन-पार्डन, इसमें किसे शक है?
रॉब्बेर – लिज़ान्का, कवि को मारो गोली! यंग मैन, ये क्या लगा रखा है?
कवि – माफ़ कीजिए, मेरा भी उतना ही अधिकार है, जितना आपका! (ज़ाहिर है, नशे में है.)
अमेतिस्तोव – सॉरी, एक्सक्यूज़ मी. लिज़ान्का की ‘किस’ ही इतनी लाजवाब है कि बहस तो होगी ही. अगर मैं आपको बताऊँ कि किन किन लोगों ने उसकी ‘किस’ लेने की कोशिश की है...
लिज़ान्का (नशे में) – और ले ली है.
अमेतिस्तोव – पार्डन, पार्डन...
स्टेज के पीछे पियानो के साथ फॉक्सट्रॉट शुरू हो जाता है. पैरों के थिरकने की, नृत्य की आवाज़ आती है.
पार्डन, पार्डन. मैंने लिज़ान्का का चुम्बन लिया था एक बार, और इसके बाद दो महीने तक तड़पता-कराहता रहा. ओय, पार्डन.
रॉब्बेर – लिज़ान्का, मैं इंतज़ार कर रहा हूँ.
कवि – और मैं? क्या चश्मा पहनी ये पापात्मा...
रॉब्बेर – यंग मैन, ज़बान सम्भाल के.
अमेतिस्तोव – (उछल कर मेज़ पर चढ़ जाता है, लिज़ान्का के ऊपर लैम्प जला देता है, उसे एक विशेष मुद्रा में खड़ी करता है.) दासियों का हाट अल्जीरिया में या ट्यूनिशिया में, जनता की मांग पर. लिज़ान्का की ‘किस’ नीलाम की जाती है! कम से कम बोली – पाँच रूबल्स.
रॉब्बेर – छह.
अमेतिस्तोव – आपकी बोली स्वीकार करता हूँ. छह – एक.
लिज़ान्का – और एक बार.
अमेतिस्तोव – छह – दो! (हथौड़े से ठकठक करता है.)
कवि – सात रूबल्स.
अमेतिस्तोव – पियानो के पास – सात रूबल्स. धन्यवाद देता हूँ आपको सात बार.
लिज़ान्का – बार बार!
रॉब्बेर – आठ!
कवि – नौ.
अमेतिस्तोव – धन्यवाद. नौ.
परदा खुलता है और गुप्त कमरे से अफ़ीमची आता है.
अफ़ीमची (भयानक हँसी) – दस.      
अमेतिस्तोव – थैंक्यू! गुप्त कमरे से – दस.
अफ़ीमची – ग्यारह.
अमेतिस्तोव – आप मुझे हैरान किए दे रहे हैं. ग्यारह – एक. ग्यारह – दो.
रॉब्बेर – ठीक है.
ज़ोयका (अचानक) – लिज़ान्का का चुम्बन सिर्फ ग्यारह रूबल्स में! मुझे आप पर शर्म आती है, मेहेरबानों. तब मैं लगाती हूँ – पन्द्रह.
अमेतिस्तोव – बहुत बहुत धन्यवाद. फर्म दाँव लगाती है. फर्म पीछे नहीं हटेगी. पन्द्रह – एक, पन्द्रह – दो.
ज़ोयका गायब हो जाती है, स्टेज के पीछे से लगातार फॉक्सट्रॉट की आवाज़ें आती रहती हैं.
रॉब्बेर – ठीक है.
अफ़ीमची – सोलह, सत्रह, अठारह, उन्नीस, बीस, वन्स मोर...
लिज़ान्का – और बार-बार...
अमेतिस्तोव – गुप्त कमरा बाज़ी मार रहा है. गुप्त कमरे से – बीस. गुप्त कमरे से – दो डॉलर्स – एक; गुप्त कमरे से दो डॉलर्स – दो....
रॉब्बेर – मैं पीछे हटता हूँ.
अमेतिस्तोव – ये पीछे हट रहे हैं, गुप्त कमरे को मौका मिल रहा है. मुझे आपसे जलन हो रही है. दो डॉलर्स – दो...
कवि – लिज़ान्का, मैं तुम्हें खो रहा हूँ. लिज़ा, मेरी कविताओं की किताब पढ़ना.
अमेतिस्तोव – बीस – तीन. मुबारकबाद क़ुबूल कीजिए, लकी मैन.
अफ़ीमची नोट निकालता है. ज़ोयका मानो धरती के सीने से प्रकट होती है, दो नोट लेती है. उनमें से एक लिज़ान्का को देती है, वह उसे अपनी स्टॉकिंग्ज़ में छिपा लेती है.
 अफ़ीमची (मेज़ पर चढ़ता है, होंठ आगे बढ़ाता है) – नहीं, मैं नहीं कर सकता. मेरे सुनहरे बालों वाले अपोलोन! (गुप्त कमरे में जाते हुए) दान करता हूँ.
कवि – मैं इस आदमी को समझ रहा हूँ. लिज़ान्का, उसने आपका चुम्बन मुझे दान कर दिया.
रॉब्बेर – जूठन पे जीते हो, यंग मैन. (चला जाता है.)
अमेतिस्तोव (फिलॉसॉफिकल अन्दाज़ में) – पार्डन, पार्डन, फर्म की बेइज़्ज़ती न कीजिए. (गायब हो जाता है.)

स्टेज के पीछे फॉक्सट्रॉट काफ़ी तेज़ और कुछ असभ्य हो जाता है. ठहाकों की आवाज़ें. फिर से मुर्दे की कराह. समझना मुश्किल है कि वह क्या बड़बड़ा रहा है. इवानोवा फॉक्सट्रॉट से अपने साथी के साथ भागकर आती है.            
फॉक्सट्रॉट साथी (नृत्य करते हुए) – आप बहुत बढ़िया डान्स करती हैं. (गाता है) पाम्-पाम्-पाम्...
इवानोवा – आपकी पर्सनेलिटी में ग्रीकों जैसी कोई चीज़ है.
लिज़ान्का कवि के साथ फॉक्सट्रॉट करती हुई गुज़रती है.
कवि – लिज़ान्का, इस फॉक्सट्रॉट में कोई बात है. कोई अनन्त पीड़ा जो तीव्र होती जाती है.
लिज़ान्का – लाम्-त्सा-द्रीत्सा –आ-त्सा-त्सा-...(आगे बढ़ जाते हैं.)
मीम्रा (रॉब्बेर के साथ फॉक्सट्रॉट करते हुए) – आप, शायद कमाल के शौकीन मिजाज़ हैं. आह, चष्मे वाले आदमी मुझे बेचैन कर देते हैं!
रॉब्बेर – धन्यवाद. (आगे बढ़ जाते हैं.)
मुर्दा (भर्राई आवाज़ में गाते हुए, तैरते हुए गुज़रता है.) – द्वीप से होकर तेज़ धार पर, नदिया की लहरों पर...मन्द्र स्वर हौले हौले...तैरते हैं ख़ूबसूरत - तारसप्तक, धीमे – स्तेन्का राज़िन की किश्तियों से...
खेरूविम गुप्त कमरे से बाहर आता है.
मैडम, प्लीज़.
खेरूविम – मैं मैदम नई होती.
मुर्दा – क्या शैतानियत है! जिसके भी पास जाओ, सभी कहते हैं, मैं मैडम नहीं, मैं मैडम नहीं...और लड़कियों से किया वादा.
खेरूविम गायब हो जाता है.
किश्ती से उसे फेंक देता है उफ़नती लहर में...(बुत के पास आता है.) आहा, आख़िरकार मिल ही गई मैडम. मैडम, एक राऊण्ड. हँस रही हैं? हँसिए, हँसिए, सिर्फ इतना ध्यान रखिए कि बाद में आपको रोना न पड़े. आप, शायद, ये सोच रही हैं कि मैं नशे में हूँ? बहुत बड़ी गलती कर रही हैं.
स्टेज के पीछे जोशीला फॉक्सट्रॉट.
(बुत को कमर से पकड़ता है और उसके साथ नाचने लगता है.) क्या उमर है तुम्हारी, प्यारी? क्या वाक़ई? लगती नहीं हैं. ज़िन्दगी में कभी ऐसी कमर पकड़ना नसीब नहीं हुआ. (नाचता है, सिसकियाँ लेते हुए दुख से चीखता है.) एडवोकेट रॉब्बेर – हाय, हाय! सभी मैडमों को पकड़ रखा है! भाग जा, कमीने! (बुत को दीवान पर फेंक देता है.) मुझे दुबारा नज़र न आना.
अमेतिस्तोव (अचानक) – पार्डन, पार्डन. आपको गुस्सा क्यों आ रहा है, आदरणीय इवान वासिल्येविच? क्या करते हैं, क्या करते हैं? आपको ज़िन्दगी में किस बात की कमी है?
मुर्दा – ठ्हरो, ठहरो! अभी हमारे लोग आयेंगे, मैं आप सबको सूली पर लटका दूँगा. (उनींदे सुर में गाता है.) जा रहा है जहाज़ घाट की ओर, मछलियाँ खिलाएंगे हम कम्युनिस्ट...
अमेतिस्तोव – नॉट गुड, नॉट गुड, इवान वासिल्येविच. मुझे आपको अल्कोहोल पेश करने की इजाज़त दें.
मुर्दा – वही...वही तो. नया अपमान. सब पी रहे हैं शैम्पेन, और मुझे अल्कोहोल!
अमेतिस्तोव – पार्डन, पार्डन, इवान वासिल्येविच. आप बेहद थक चुके हैं.
रॉब्बेर – हे भगवान, इवान वासिल्येविच! छतरी की तरह टपक पड़े. क्या तुम्हें शर्म नहीं आती? ज़रा सोचो. कहाँ हो तुम? क्या ‘न्यू बवारिया’ में? ज़रा देखो, कैसी औरतें हैं!
मुर्दा – हाँ, थैंक्स. (बुत की ओर इशारा करता है.)
रॉब्बेर – इवान वासिल्येविच, शर्म करो!
मीम्रा (आती है) – इवान वासिल्येविच, प्यारे, क्या हो गया है आपको?
अमेतिस्तोव – इवान वासिल्येविच, कृपया डाइनिंग हॉल में चलिए, आपको ताक़त की ज़रूरत है.
मीम्रा – बेहूदा कहीं के, चलिए मैं आपकी पार्टनर बनती हूँ, हालाँकि आप इसके क़ाबिल नहीं हैं.
मुर्दा – भाड़ में जा तू! परे हट! तू नमक हराम!
मीम्रा – हाऊ रिपल्सिव, आप मुझे नहीं पहचानते? मैं डिनर पे आपके साथ बैठी थी.
मुर्दा – तो, बैठी थी तो क्या हुआ? वो भी बैठी थी (अमेतिस्तोव की ओर इशारा करता है.) क्या फ़ायदा?
रॉब्बेर – बदनाम कर दिया तूने मुझे हमेशा के लिए, इवान वासिल्येविच. नतालिया निकोलायेव्ना, मैं तहे दिल से माफ़ी चाहता हूँ. अगर आप चाहें तो मैं घुटनों के बल खड़ा हो जाऊँ!
मीम्रा – आह, क्या करते हैं, क्या करते हैं!
रॉब्बेर (घुटनों के बल) – उस पर नाराज़ न होइए. उसका दिल असल में खरा सोना है. वह रोस्तोव-ना-दोन से है, सम्पत्ति है, बढ़िया, प्यारा व्यक्ति है. मगर आप तो समझती हैं, ये...
मुर्दा – झुको, और नीचे झुको, कीड़े मकोड़ों की तरह.
अमेतिस्तोव (मीम्रा से) – नतालिया निकोलायेव्ना, उसका हाथ थाम लीजिए. इवान वासिल्येविच, प्लीज़, प्लीज़.
मुर्दा – थैंक्यू! एक ही है सलीके वाला आदमी. मैं तुझे जानता हूँ, कमीने. तू – वोरोनेझ से है.
(चले जाते हैं.)
ज़ोया (ज़मीन के अन्दर से विशाल रूप में उभरती है) – समझौता हो गया?
रॉब्बेर – ज़ोया देनिसोव्ना, मैं तहे दिल से माफ़ी माँगता हूँ. इवान वासिल्येविच की ओर से भी.
ज़ोया – ओह, क्या बकवास है. चलता है, चलता है.
रॉब्बेर – उसे भयानक एनिमिया है. वह रोस्तोव-ना-दोन से है, शैम्पेन सिर में चढ़ गई है. घुटनों के बल विनती करता हूँ , आपसे...
ज़ोया – आह, क्या, क्या करते हैं! क्या बकवास है. होता है. सिर्फ...मैं समझ नहीं पा रही हूँ कि उससे बिदा कैसे लूँगी. वह इस सब को समझ नहीं पा रहा है...
रॉब्बेर – मेहेरबानी करें, ज़ोया देनिसोव्ना. इस सवाल को मैं अभी सुलझाए देता हूँ. मुझे आपको कितने देना हैं?
ज़ोया – दो सौ दस रूबल्स.
रॉब्बेर – ठीक है. इवान वासिल्येविच को भी?
ज़ोया – हाँ.
रॉब्बेर – ठीक है. (पैसे निकालता है) दो सौ दस और दो सौ दस – मतलब चार सौ...
ज़ोया – बीस.
रॉब्बेर – बिल्कुल ठीक. आपकी मैथेमेटिक्स कितनी अच्छी है, ज़ोया देनिसोव्ना! मर्सी, मर्सी. इवान वासिल्येविच की ओर से भी. आपकी शामें लाजवाब हैं.
स्टेज के पीछे फॉक्सट्रॉट गरज रहा है.
ज़ोया देनिसोव्ना, एक मेहेरबानी कीजिए. एक राउण्ड, प्लीज़!
ज़ोया – आह, मैं तो बुढ़ा गई हूँ.
रॉब्बेर – आह, क्या कहती हैं. ये तो मज़ाक लगता है.
(ज़ोया के साथ नृत्य करने के लिए आगे बढ़ता है.)
खेरूविम चीनी ईश्वर की मुद्रा में गुप्त कमरे में रह जाता है. उसकी लाल आँखों में चिंता के लक्षण हैं.
मान्यूश्का (ट्रे लिए उधर से गुज़रती है) – तू मूरख, ऐसा उकताया सा क्यों बैठा है?
खेरूविम – मैं मानूस्का, तोला तोला सोसती. गाज़ोलिन किदल गायब होती?
मान्यूश्का – कहाँ गायब हो गया? चाभी उसकी जेब में थी, खोला और भाग गया.
खेरूविम – नई, मानूस्का. हम तोला तोला ज़ल्दी से बाग जाएँगी.
मान्यूश्का – किधर को ’बाग जाएँगी’! (भाग जाती है).
अमेतिस्तोव (अन्दर आते हुए) – खेरूविम, अभी आल्ला वादीमोव्ना आती होंगी. समझे? उसे बाहर के ही कमरे में रोक कर रखना और मुझे या ज़ोया देनिसोव्ना को बुला लेना. समझा?
खेरूविम – समज़ गया.

सोमवार, 1 अप्रैल 2013

Zoya's Flat (Hindi) - 3.1.2


ज़ोया का फ्लैट – 3.1.2

मान्यूश्का – मुझसे पूछना पड़ेगा कि मैं तुमसे शादी करूँगी या नहीं. मैंने क्या तुम्हारे साथ कॉंट्रैक्ट पर दस्तख़त किए हैं? ऐख़, टेढ़े!
खेरूविम – आ! तुम गाज़ोलिन से सादी बनाती?
मान्यूश्का – गाज़ोलिन से ही सही. मैं आज़ाद लड़की हूँ. अगर मेरी ख़ुशामद करनी है, तो सही तरीके से करो, जिससे मैं राज़ी हो जाऊँ. ऐख़, शंघाई के जूते दिखाने लगे. मैं तुमसे डरने वाली नहीं!
खेरूविम – गाज़ोलिन?
मान्यूश्का – कोई बात नहीं, कोई बात नहीं...
खेरूविम (भयानक मुद्रा में) – गाज़ोलिन?
मान्यूश्का – क्या करते हो, क्या करते हो...
खेरूविम – आप्! (मान्यूश्का का गला पकड़ लेता है) मैं अब्बी तुजे कात देती.
(मान्यूशा की साँस रुकने लगती है.)
तू बोल, गाज़ोलिन को सूमा?
मान्यूश्का- ऊ...ऊ...गला छोड़ो, फ़रिश्ते!
खेरूविम (चाकू निकाल लेता है) – गाज़ोलिन को सूमा?
मान्यूश्का – मेरी तक़दीर की खोटी है. भगवान, अपनी इस गुलाम मारिया को अपनी पनाह में ले ले.
खेरूविम – सूमा?
मान्यूश्का – खेरूविम्चिक, शीशे जैसे खेरूविम्चिक...एक बार. इस यतीम को न मारो, मेरी जवानी पे रहम खाओ.
खेरूविम (चाकू छिपाकर) – गाज़ोलिन से सादी बनाती?
मान्यूश्का – नहीं, नहीं, नहीं.
खेरूविम – किसके सात लहती, तोला-तोला?
मान्यूश्का – क़सम खाती हूँ, किसी के भी साथ न रहूँगी.
खेरूविम – मेले सात लहती?
मान्यूश्का – नहीं, नहीं... हाँ, हाँ. ये, कॉम्रेड्स, ये क्या कर रहा है?
खेरूविम – मैं सादी का पलस्ताव लखती.
मान्यूश्का – तो ये है प्रस्ताव. ओय, ओय, शंघाई का प्रस्ताव! ओय, ओय, चाकू वाला दूल्हा!
खेरूविम – मैं तुमसे प्याल कलती. बहुत पियाल कलती. हम सनहाई में काम कलती तुमाले सात. अपीम बेसती. खुस लहती. तुम सीनी बस्से पैदा कलना, थोला-तोला, बहुत साले बस्से, सात, आठ, दस.
मान्यूश्का – दस, मैं फाँसी लगा लूंगी.
खेरूविम – नइ , नइ. इदल मासको में सब बो—ल, फाँसी लगा लेती, सनहाई में सीनी कुस लहता.
मान्यूश्का – तुम मुझे मारा करोगे?
खेरूविम – नइ, नइ, नइ मालती. मैं सिलफ, दूसले सीनी को सूमी तो गला सील दूँगी.
मान्यूश्का – शुक्रिया.
खेरूविम – कोई बात नइ. अब तू सुन. हम जल्दी से बाग जाती. मैंने बोत पैसे लेती, बोत साले दॉलल्स.
मान्यूश्का – कहाँ से?
खेरूविम – सुप!
मान्यूश्का – ओय, खेरूविम्का, तुम कुछ छिपा रहे हो?
खेरूविम – सिपाती...
घण्टी.
मान्यूश्का – किचन में दौड़ जा.
खेरूविम गायब हो जाता है. मान्यूश्का दरवाज़ा खोलती है.
ओह, भगवान, माई गॉड!
गाज़ोलिन – नमत्ते, मानूस्का.
मान्यूश्का – ओय, भाग जा, गाज़ोलिन!
गाज़ोलिन – नई, मैं कों बागती? मैं नई बागती. तू अकेली है, मानूस्का? मैं तेले को पलस्ताव कलने को आयी.
मान्यूश्का – क्या, प्रस्ताव?
गाज़ोलिन – सन्दे. लान्दली बन्द.
मान्यूश्का – गाज़ोलिनूश्का, क्या इरादे हैं? भाग, भाग जा.
गाज़ोलिन – नई, कायकू ज़ाती? आ, मानूस्का. तू मेले को क्या बोली, आं? बोली, प्याल कलती. दोका दी गाज़ोलिन को.
मान्यूश्का – क्या बकते हो, मैंने तुमसे कुछ भी नहीं कहा. भाग जाओ, फ़ौरन भागो. क्या दादागिरी लगा रखी है. मैं अभी ज़ोया देनिसोव्ना को पुकारती हूँ.
गाज़ोलिन – तू ज़ूत बोलती. गल में कोई नई. तू, मानूस्का, बोत ज़ूत बोलती. लोज़ तोला-तोला ज़ूत बोलती, औल मैं तेले पियाल में दिवाना होती.
मानूश्का – तुम्हारे पास छुरा है? बोलो, अगर छुरा हुआ तो अभी ‘पुलिस-पुलिस’ चिल्लाऊँगी.
गाज़ोलिन – मैं सुला लेकल आती. पलस्ताव कलने को.
खेरूविम (अचानक) – कौन पलस्ताव कलती?
गाज़ोलिन – आ-आ-आ...तो ये है, असिस्तन्त, आँ, असिस्तन्त. आह तू, सुअल का बस्सा!
खेरूविम – तू फिलेत से बाग, बाज ज़ा! ये मेला फिलेत है, ज़ोया का, मेला.
मान्यूश्का – ओय, इसका क्या मतलब है!
गाज़ोलिन – तेला? दाकू! हदप लिया ज़ोया वाला फिलेत. मैंने तुज़े सदक से उताया, तू कुत्ते जैसा गूमता ता, औल तू...पलेसान न कल. मैं मानूस्का से पलस्ताव कलूँगी.
खेरूविम – मैंने पेले ई कल दिया. वो मेली बीबी है. मेले सात लहती.
गाज़ोलिन – ज़ूत, मेले सात लहती.
मान्यूश्का – झूठ, झूठ, झूठ! खेरूविम्चिक, मेरे हीरे, बस एक बार ‘किस’ किया था.
खेरूविम – ज़ूत, मेले फिलेत से बाग जा.
गाज़ोलिन – तू बाग! मैं पुलिस को सब बताती, तू कैसा सीनी होता!
खेरूविम – पुलिस को बतायेगी?
मान्यूश्का – ख़रगोशों, प्यारों! सिर्फ छुरा न चला देना राक्षसों!
खेरूविम और गाज़ोलिन भिड़ जाते हैं.
खेरूविम (गाज़ोलिन पर छुरा लेकर झपटता है) – आप्!
मान्यूश्का – पुलिस, पुलिस, पुलिस!
गाज़ोलिन – पुलिस! (शीशे वाली अलमारी में घुस जाता है.)
खेरूविम भी छुरा लेकर अलमारी की ओर लपकता है. अचानक घण्टी बजती है.
मान्यूश्का – हे भगवान, लाख लाख शुक्र है! छुरा फेंक, शैतान सिरफिरे! कैम्प में भेज देंगे तुझे! घण्टी बजी है, बुद्धू! किचन में भाग!
खेरूविम (चाभी से अलमारी बन्द करते हुए) – मैं उसे बाद में सील दूँगा! (चाभी जेब में छिपाता है और गायब हो जाता है.)
 मान्यूश्का – ओह, मेरे भगवान! (प्रवेश कक्ष में भागती है) कौन चाहिए, कॉम्रेड?
मोटा – आप ही के यहाँ से कोई ‘पुलिस, पुलिस’ चिल्लाया न?
मान्यूश्का – क्या कहते हैं, क्या कहते हैं, कैसा ‘पुलिस, पुलिस’. वो तो मैं गा रही थी.
मोटा – आपकी आवाज़ बड़ी मीठी है, कॉम्रेड!
मान्यूश्का – आपको किससे मिलना है, कॉम्रेड?
प्योस्त्रूखिन – हम, कॉम्रेड, एजुकेशन डिपार्टमेंट से आए हैं. हमें अपना सिलाई-घर तो दिखाइए.
मान्यूश्का – डाइरेक्टर अभी हैं नहीं, आज संडे है, पढ़ाई भी नहीं होगी.
मोटा – और आप कौन हैं?
मान्यूश्का – मैं मॉडेल-स्टुडेंट हूँ.
प्योस्त्रूखिन – तो फिर आप ही दिखा दीजिए, हमारे पास टाइम नहीं है.
मान्यूश्का – तो फिर आइए.
मोटा – यहाँ क्या होता है?
मान्यूश्का – ये...यहाँ नाप ली जाती है.
मोटा – अच्छा कमरा है. आप क्या सिर्फ अमीर मैडमों के ही कपड़े सीती हैं?
मान्यूश्का – अमीर मैडमों के ही क्यों सीने लगे, गरीब कामकाजी औरतों के भी सीते हैं, मज़दूरों के लिए भी सीते हैं.
प्योस्त्रूखिन – हमें मज़दूर औरतों का कोई यूनिफॉर्म दिखाइए.
मान्यूश्का – अभी लीजिए.
परदा खींचती है, स्कर्ट्स के बीच में खेरूविम दुबका बैठा है.
मोटा – तो ऐसा है यूनिफॉर्म! चीनी.
मान्यूश्का – ये तो लाँड्री से हमारे यहाँ आता है, स्कर्ट्स पर इस्त्री करता है.
प्योस्त्रूखिन – आ! स्कर्ट्स पर.
मोटा – तू, आवारा, क्या काम के पैसे पाता है?
खेरूविम – पैसे.
मोटा – कर, इस्त्री कर, हम तुझे तंग नहीं करेंगे. (परदा बन्द कर देता है.)
प्योस्त्रूखिन – ओ.के. यहाँ सिलाई-घर में रहता कौन है?
मान्यूश्का – पेल्त्स, डाइरेक्टर, और फिर मैनेजर अलेक्सान्द्र तारासोविच अमेतिस्तोव.
मोटा – बड़ा ख़ूबसूरत नाम है. और कौन?    
मान्यूश्का – और मैं.
प्योस्त्रूखिन – आप, कॉम्रेड, जन्म से कौन हैं?
मान्यूश्का – मेरे पिता किसान थे.
मोटा – और अब वो कौन हैं?
मान्यूश्का – भगवान को प्यारे हो गए.
मोटा – बड़े अफ़सोस की बात है, और माँ?
मान्यूश्का – वे मज़दूर हैं.
मोटा – कहाँ काम करती हैं?
मान्यूश्का – उनकी, ताम्बोव के बाज़ार में एक छोटी-सी घुमटी है.
मोटा – कमाल की हैं आपकी माताजी. अच्छा, प्यारे कॉम्रेड, हमें बाकी की जगह भी दिखाइए.
मान्यूश्का – लीजिए, यह छोटा नाप वाला कमरा. (मोटे के साथ गायब हो जाती है.)
वानेच्का (फुसफुसाकर) – कॉम्रेड प्योस्त्रूखिन, दिस इज़ इम्पॉसिबल. वो तो अच्छा हुआ कि हम बेवकूफ़ नौकरानी से टकरा गए, वर्ना अगर यहाँ अमेतिस्तोव होता तो, .....यहाँ सब गड़बड़ है. मैं उससे कहता हूँ: सरकारी महकमे से नुकीली दाढ़ियाँ बनवाते हैं, और वह ख़ास आर्थिक ज़िन्दगी की बात करता है. (दाढ़ी उतारता है.) इसी दाढ़ी से उसका मुँह घिसना चाहिए. बेईमान. ऐसे हज्जामों को तो बाहर भगा देना चाहिए.
प्योस्त्रूखिन – भुनभुनाओ मत, वानेच्का. हरकत में आओ.
वानेच्का दाढ़ी लगा लेता है, पारे की तरह चमकने लगता है, मेज़ें देखता है, दराज़ें खोल-खोलकर देखता है, परदे हटाता है, नग्न स्त्री की तस्वीर देखता है.
ओ-ओ-ओ  क्या बात है!
वानेच्का – सही फ़रमाया. मैं न कहता था, कॉम्रेड प्योस्त्रूखिन, ख़ास फ्लैट है.
 प्योस्त्रूखिन -  भुनभुनाओ मत, वानेच्का. काम करो.
वानेच्का गाज़ोलिन वाली अलमारी खोलता है.
गाज़ोलिन (दबी आवाज़ में) – पुलिस.
प्योस्त्रूखिन – ये क्या बात है, यारों? जहाँ भी देखो – चीनी ही चीनी.
वानेच्का – करेक्ट.
प्योस्त्रूखिन – बैठे हो?
गाज़ोलिन – बैता हूँ.
प्योस्त्रूखिन – तुम यहाँ क्या करते हो?
गाज़ोलिन – मैं तोला-तोला सिप गया. अबी मुज़े खेलूविम्का – दाकू छुले से मालती.
प्योस्त्रूखिन – कैसे मारेगा?
गाज़ोलिन – वो इदल ही होती, दाकू खेलूविम्का, सेन-ज़िन-पो.
प्योस्त्रूखिन – वो जो अभी यहीं बगल में बैठा था?
गाज़ोलिन – हाँ, हाँ, मुज़े तोला-तोला बचाइए.
प्योस्त्रूखिन – बचायेंगे, बचायेंगे, घबराओ मत.
वानेच्का – बिल्कुल.
प्योस्त्रूखिन (फुसफुसाते हुए) – और खेरूविम्चिक फ्लैट में क्यों आता है?
गाज़ोलिन – वह कमीना, दाकू है. इदल अपीम लाती. इदल पिलैत में अपीम का कस लगाते. सब नाचते पिलैत में.
प्योस्त्रूखिन – वाह, वाह, क्या बात है! वानेच्का, आप इसे जानते हैं?
वानेच्का – बिल्कुल. गान-ज़ा-लिन, सादोवाया पर लाँड्री है.
प्योस्त्रूखिन – तो ये बात है, दोस्त. अलमारी से बाहर निकलो, अपने घर पहुँचो और वहाँ इंतज़ार करो. हम तुम्हारे पास अभी आएँगे. सब कुछ बताना. सिर्फ तू, जनाबे आली, भागने की कोशिश न करना. हम तुझे समुन्दर की तह से भी ढूँढ निकालेंगे.
वानेच्का – बिल्कुल.
गाज़ोलिन – मैं नई बागती. सिलफ तुम खेलूविम को पकल लो, वो दाकू होती, वो पहले ही एक आदमी को माल दाली, पुलिस उसे दूँदती.
प्योस्त्रूखिन – हौसला रखो. चलो घर जाओ.
गाज़ोलिन ग़ायब हो जाता है. वानेच्का उसके पीछे प्रवेश द्वार बन्द करता है.
ऐसी बात है. (अलमारी को चाभी से बन्द करता है.)
मोटा (मान्यूश्का के साथ अन्दर आते हुए) – बढ़िया. रोशनी भी है, सफ़ाई भी. बढ़िया रखा है घर, कॉम्रेड प्योस्त्रूखिन.
प्योस्त्रूखिन – हाँ, ठीक कह रहे हैं. और यह तो बताइए, डियर कॉम्रेड, वहाँ आपकी अलमारी में क्या है?
मान्यूश्का – वहाँ...वहाँ...कपड़े हैं तरह तरह के. मेरे पास तो चाभी नहीं है, चाभी डाइरेक्टर के पास है.
प्योस्त्रूखिन – तो फिर, रहने दीजिए. फिर कभी आकर देख लेंगे. तो, कॉम्रेड मॉडेल, ऐसी बात है. डाइरेक्टर साहिबा को बता दीजिए कि एजुकेशन डिपार्टमेंट से कमिटी आई थी, सब कुछ देखा, सिलाई-घर में सब कुछ ठीक-ठाक पाया. हम उन्हें सरकारी कागज़ भेजेंगे.
मोटा – सलाम कहिएगा.
वानेच्का – बिल्कुल.
प्योस्त्रूखिन – अलबिदा.
जाते हैं. मान्यूश्का उनके पीछे दरवाज़ा बन्द करके लौटती है.
खेरूविम (छुरा लिए तूफ़ान की तरह आता है) – चले गए! पुलिस को बोल, मैं तुज़े बोलती! (अलमारी की ओर भागता है.)
मान्यूश्का – शैतान! पुलिस!
खेरूविम अलमारी खोलता है, वह ख़ाली है.
क्या है, ये क्या हो रहा है?!
आँखें निकालते हुए खेरूविम की ओर देखती है, खेरूविम उसकी ओर. स्टेज पर अंधेरा हो जाता है. रात.